इंटरनेट सूचना तकनीकी क्षेत्र में इंटरनेट का महत्व सर्वाधिक है जिस समय अमेरिका के रक्षा विभाग इंटरनेट की स्थापना की थी उसने सोचा भी नहीं था कि इंटरनेट नाम के नेटवर्क एक दिन सारी दुनिया को अपने जाल में फंसा लेगा इंटरनेट की वजह से आज दुनिया सिमट कर लैपटॉप के रूप में मनुष्य के घुटनों पर आ गई है इंटरनेट का प्रचार प्रसार लगातार बढ़ता जा रहा है सूचना को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने का सबसे असरदार इंटरनेट है इंटरनेट को कंप्यूटर की भाषा में सुपर हाइवे भी कहा जाता है इंटरनेट की सुविधा है तो आपका शहर भी इस सुपर हाइवे के रास्ते में आता है अब
प्रसन्न यह उठता है कि इंटरनेट क्या है यदि इसे संक्षेप में समझना चाहिए तो कह सकते हैं कि अलग-अलग स्थानों पर लगे कंप्यूटरों को आपस में जोड़ कर सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए बनाया गया नेटवर्क इंटरनेट है इंटरनेट अचल में हजारों अलग-अलग कंप्यूटर नेटवर्कों का एक नेटवर्क है इसमें हर नेटवर्क एक ऐसे माध्यम से जुड़ा है जो एक दूसरे नेटवर्क में आंकड़ों का आदान प्रदान करता है इन माध्यमों का निर्माण सबसे बड़े प्रकार के नेटवर्क करते हैं इन माध्यमों पर बड़े इंटरनेट सेवा प्रदाताओं की मिल्कियत है इन सेवा प्रदाताओं में परमुख है जी टी ई, एम सी आई, स्प्रिंट,यूज़नेट, और अमेरिका ऑनलाइन का ए एन एस। इंटरनेट से जुड़े हर कंप्यूटर का एक खास नाम होता है यह इस रूप में होता है www.name.com यह दरअसल कंप्यूटर का पता है पत्ते की इस प्रणाली को d n s यानी DOMAIN NAME SYSTEM ( क्षेत्र प्रणाली) कहते हैं।
इंटरनेट की स्थापना अमेरिका के रक्षा विभाग ने 1960 में की थी
प्रारंभ में इंटरनेट को आर्पनेट के नाम से जाना जाता था।
इंटरनेट के अंतर्गत एफ टी पी सर्वरों पर स्टोर फाईलो को खोलने के लिए आर्ची सिस्टम का प्रयोग करते है।
डोमेन नेम सिस्टम
इंटरनेट के संख्यात्मक पत्तों को शब्दों में लिखने की प्रणाली जिसमें प्रयोग करता के नाम और पते रहते हैं।
फिंगर ए क्या है
यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसके द्वारा आप यह पता लगा सकते हैं कि इंटरनेट कनेक्शन का प्रयोग को दूसरा व्यक्ति तो नहीं कर रहा है इसके अलावा ईमेल पता ढूंढने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
एफ टी पी क्या है
एफ टी पी का पूरा नाम - फाइल ट्रांसफर सिस्टम प्रोटोकॉल यह एक ऐसा प्रावधान है जिसके अंतर्गत कंप्यूटरों के मध्य फाइलों की अदला-बदली होती है
गोफर किसे कहते हैं
यह एक खोजक प्रोग्राम है इसके द्वारा आप इंटरनेट पर किसी भी विषय पर आधारित वेबसाइट को खोज सकते हैं ।
आई पी क्या है
अथार्त इंटरनेट प्रोटोकॉल जिससे निर्धारित होता है कि इंटरनेट पर डाटा कैसे भेजा जा रहा है इसके साथ ही संदेशों के रूप में डेटा की पहचान भी इसी से होती है।
*******इंटरनेट के बारे में आगे की जानकारी आपको अगले लेशन में दी जाएगी
प्रसन्न यह उठता है कि इंटरनेट क्या है यदि इसे संक्षेप में समझना चाहिए तो कह सकते हैं कि अलग-अलग स्थानों पर लगे कंप्यूटरों को आपस में जोड़ कर सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए बनाया गया नेटवर्क इंटरनेट है इंटरनेट अचल में हजारों अलग-अलग कंप्यूटर नेटवर्कों का एक नेटवर्क है इसमें हर नेटवर्क एक ऐसे माध्यम से जुड़ा है जो एक दूसरे नेटवर्क में आंकड़ों का आदान प्रदान करता है इन माध्यमों का निर्माण सबसे बड़े प्रकार के नेटवर्क करते हैं इन माध्यमों पर बड़े इंटरनेट सेवा प्रदाताओं की मिल्कियत है इन सेवा प्रदाताओं में परमुख है जी टी ई, एम सी आई, स्प्रिंट,यूज़नेट, और अमेरिका ऑनलाइन का ए एन एस। इंटरनेट से जुड़े हर कंप्यूटर का एक खास नाम होता है यह इस रूप में होता है www.name.com यह दरअसल कंप्यूटर का पता है पत्ते की इस प्रणाली को d n s यानी DOMAIN NAME SYSTEM ( क्षेत्र प्रणाली) कहते हैं।
इंटरनेट की स्थापना अमेरिका के रक्षा विभाग ने 1960 में की थी
प्रारंभ में इंटरनेट को आर्पनेट के नाम से जाना जाता था।
इंटरनेट के अंतर्गत एफ टी पी सर्वरों पर स्टोर फाईलो को खोलने के लिए आर्ची सिस्टम का प्रयोग करते है।
डोमेन नेम सिस्टम
इंटरनेट के संख्यात्मक पत्तों को शब्दों में लिखने की प्रणाली जिसमें प्रयोग करता के नाम और पते रहते हैं।
फिंगर ए क्या है
यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसके द्वारा आप यह पता लगा सकते हैं कि इंटरनेट कनेक्शन का प्रयोग को दूसरा व्यक्ति तो नहीं कर रहा है इसके अलावा ईमेल पता ढूंढने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
एफ टी पी क्या है
एफ टी पी का पूरा नाम - फाइल ट्रांसफर सिस्टम प्रोटोकॉल यह एक ऐसा प्रावधान है जिसके अंतर्गत कंप्यूटरों के मध्य फाइलों की अदला-बदली होती है
गोफर किसे कहते हैं
यह एक खोजक प्रोग्राम है इसके द्वारा आप इंटरनेट पर किसी भी विषय पर आधारित वेबसाइट को खोज सकते हैं ।
आई पी क्या है
अथार्त इंटरनेट प्रोटोकॉल जिससे निर्धारित होता है कि इंटरनेट पर डाटा कैसे भेजा जा रहा है इसके साथ ही संदेशों के रूप में डेटा की पहचान भी इसी से होती है।
*******इंटरनेट के बारे में आगे की जानकारी आपको अगले लेशन में दी जाएगी
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