०१. प्रदेश का पहला स्मोक फ्री गाँव - रामसिंहपूरा
जयपुर के बस्सी तहसील का रामसिंहपुरा गांव प्रदेश का पहला स्मोक फ्री गांव बन गया है। इस गांव के 180 घरों की प्रत्येक रसोई में अब लकड़ी-छाणों की जगह गैस चूल्हों का इस्तेमाल होगा।
०२. राज्यस्तरीय वन महोत्सव की शुरुआत - रूपपुरा बालदिया गाँव
०३. स्वर्ण खनिज मिलने के कारण चर्चित - मक्खनपुरा
०४. 10 वर्ष से कम उम्र की सभी बेटियों का सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खोलने वाला पहला गाँव - शिकारपुरा
जोधपुर डाक परिमण्डल ने केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी 'सुकन्या समृद्धि योजना ' के तहत जोधपुर जिले का शिकारपुरा एेसा पहला गांव बन गया है जहां दस साल से कम उम्र की सभी 265 बेटियों का इस योजना में खाता खोला गया है।
क्या है योजना
इस योजना में दस साल तक की बेटी के नाम से एक साल में 1 हजार से लेकर 1 लाख पचास हजार रुपए जमा करा सकते हैं। पैसा खाता खोलने के 14 साल तक ही जमा करवाना है। बेटी के 21 साल की होने पर खाता मैच्योर होगा। बेटी के 18 साल की होने पर आधा पैसा निकलवा सकते हैं। योजना में आयकर की धारा 80-जी के तहत छूट मिलेगी।
ऐसे समझें फायदा
यदि कोई व्यक्ति एक हजार रुपए महीने से खाता खोलता है तो उसे 14 साल तक हर साल 12 हजार रुपए डालने होंगे। उसे हर साल 8.6 फीसदी ब्याज मिलेगा। बेटी के 21 साल की होने पर उसे 6,07,128 रुपए मिलेंगे। अभिभावक को 14 साल में केवल 1.68 लाख रुपए ही जमा कराने पड़े जबकि शेष 4,39,128 रुपए ब्याज के हैं।
जयपुर के बस्सी तहसील का रामसिंहपुरा गांव प्रदेश का पहला स्मोक फ्री गांव बन गया है। इस गांव के 180 घरों की प्रत्येक रसोई में अब लकड़ी-छाणों की जगह गैस चूल्हों का इस्तेमाल होगा।
०२. राज्यस्तरीय वन महोत्सव की शुरुआत - रूपपुरा बालदिया गाँव
०३. स्वर्ण खनिज मिलने के कारण चर्चित - मक्खनपुरा
०४. 10 वर्ष से कम उम्र की सभी बेटियों का सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खोलने वाला पहला गाँव - शिकारपुरा
जोधपुर डाक परिमण्डल ने केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी 'सुकन्या समृद्धि योजना ' के तहत जोधपुर जिले का शिकारपुरा एेसा पहला गांव बन गया है जहां दस साल से कम उम्र की सभी 265 बेटियों का इस योजना में खाता खोला गया है।
क्या है योजना
इस योजना में दस साल तक की बेटी के नाम से एक साल में 1 हजार से लेकर 1 लाख पचास हजार रुपए जमा करा सकते हैं। पैसा खाता खोलने के 14 साल तक ही जमा करवाना है। बेटी के 21 साल की होने पर खाता मैच्योर होगा। बेटी के 18 साल की होने पर आधा पैसा निकलवा सकते हैं। योजना में आयकर की धारा 80-जी के तहत छूट मिलेगी।
ऐसे समझें फायदा
यदि कोई व्यक्ति एक हजार रुपए महीने से खाता खोलता है तो उसे 14 साल तक हर साल 12 हजार रुपए डालने होंगे। उसे हर साल 8.6 फीसदी ब्याज मिलेगा। बेटी के 21 साल की होने पर उसे 6,07,128 रुपए मिलेंगे। अभिभावक को 14 साल में केवल 1.68 लाख रुपए ही जमा कराने पड़े जबकि शेष 4,39,128 रुपए ब्याज के हैं।
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