फसल और उनके सर्वाधिक उत्पादक जिले
दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में की जाने वाली कृषि को कहते है – बत्रा
राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केन्द्र – भरतपुर
नेशनल रिसर्च सेन्टर फॉर एरिड हार्टिकल्चर – बीकानेर
फसले | जिलो के प्रमुख उत्पादन | जिले का नाम |
गेहूं – रेगिस्तानी इलाके को छोडकर सम्पूर्ण राजस्थान में | किन्नू व माल्टा, राज्य में चकुंदर की खेती | गंगानगर |
चावल – कोटा, बूंदी, बाँसवाडा, डूंगरपुर, उदयपुर व स. माधोपुर | हनुमागढ़ | |
ज्वार – कोटा, झालावाड, टोंक, अजमेर, उदयपुर, दक्षिणी पूर्वी राजस्थान में | कोटा | |
बाजरा – पश्चिमी राजस्थान व मध्य राजस्थान के कुछ भाग पर | बाड़मेर | |
मक्का | सीताफल | उदयपुर |
जौ | नाशपाती , हरी सब्जियां | जयपुर |
मूंगफली | सीताफल | चित्तौडगढ |
गन्ना | बासमती चावल | बूंदी |
कपास | गंगानगर | |
अरण्डी | जीरा और अनार, इसबगोल | जालौर |
चना | हनुमागढ़ | |
तम्बाकु | झुंझुनू | |
तिल | मेथी व बेर | नागौर |
सरसों | गंगानगर | |
सोयाबीन | कोटा | |
नींबू | धौलपुर | |
संतरा | झालावाड | |
केला, उडद, मूंग | बाँसवाडा | |
अनार | जोधपुर | |
चीकू | सिरोही | |
खरबूजा | टोंक | |
मेहँदी | पाली |
क्या आपको हमारा किया जा रहा प्रयास अच्छा लगा तो जरूर बताइए.